मोइत और सेमा के दो बेटे हैं, सोनू और मोनू। सोनू समय का सही उपयोग करके पढ़ाई करता है, जबकि मोनू हमेशा काम टालता है। परिणामस्वरूप, सोनू अच्छे अंक प्राप्त करता है और मोनू को डांट पड़ती है। मोइत अपने बेटों को समय का महत्व समझाते हैं और सही समय पर काम करने की सलाह देते हैं।