निधी अपनी छोटी ससुराल की रसोई में काम करते हुए परेशान होती है। उसे नाश्ता और रोटियाँ बनाते समय कई बार ठंडी खाने की शिकायत का सामना करना पड़ता है। अंततः, वह अपनी समस्या का समाधान ढूंढती है और गर्मागर्म खाना परोसकर सबको खुश करती है, जिससे उसका जीवन बेहतर होता है।