प्रेम और ध्यान का संबंध आत्मिक शांति में छिपा है। ओशो के अनुसार, असली प्रेम स्वार्थ और इच्छाओं से मुक्त होता है। ध्यान के माध्यम से प्रेम एक गहरे अनुभव में बदलता है, जो हमें हमारी आत्मा से जोड़ता है। इस प्रकार, प्रेम और ध्यान सच्चे प्रेम की ओर ले जाने वाला मार्ग हैं।