एक भिखारी ने एक व्यापारी से प्रेरणा लेकर भीख के बदले फूल देना शुरू किया। इससे उसकी सोच में बदलाव आया और उसने खुद को एक व्यापारी समझा। धीरे-धीरे वह सफल हुआ और अपनी पहचान को बदलकर एक बड़े व्यापारी में तब्दील हो गया। आत्मसम्मान और सोच में बदलाव से जीवन में सुधार संभव है।