एक एनआरआई लड़की के रेप और हत्या के मामले में पुलिस ने एनकाउंटर का सहारा लिया। कलेक्टर अभिराम ने गुनहगारों को पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन न्याय व्यवस्था पर सवाल उठते हैं। इस फिल्म में राजनीति, भ्रष्टाचार और न्याय की खोज का जटिल ताना-बाना दिखाया गया है।