आइंस्टीन का मस्तिष्क सामान्य मानव मस्तिष्क से भिन्न था। उनके कॉर्पस कॉलोसम का आकार बड़ा था, जिससे उनके मस्तिष्क के दोनों हिस्सों के बीच बेहतर संबंध था। इसके कारण वे जटिल समस्याओं का समाधान कर सके। शोध से पता चला कि आइंस्टीन का मस्तिष्क जन्म के बाद विकसित हुआ, जिससे उनकी विशेष क्षमताएं बनीं।